What Does Fear Aur Dar Ko Kaise Jeetein – Tantrik Upay & Divya Sadhana Mean?
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इसे repeat करते हुए नया भाव जोड़ें – “मैं सुरक्षित हूं”
नहीं, आप तपाक से मना कर देंगे क्योंकि आपको तो ये सब सोचकर ही डर लगता है. तो मतलब आप डर गए तो सुरक्षित बच गए, नहीं तो ऐसा करने में जान भी जा सकती थी.
अपने अंदर के डर को कैसे दूर भगाएं
आप जितना उसे फेस करते हैं, वो उतना ही छोटा हो जाता है
ये कुछ ख़ास और जरूरी डर दूर करने के तरीके हैं जिनका ख्याल रखना बहुत ही जरूरी है.
डर को कैसे दूर करे
बिना नशा किये वो बहुत ज्यादा डरे डरे रहते हैं. उनके अन्दर पूरी तरह से डर बैठ चूका होता हैं. वहीँ जो लोग बिलकुल किसी तरह का नशा नहीं करते उनमें कहीं भी कुछ भी बोलने का साहस हमेशा रहता है.
सम्मेलन अंतर्राष्ट्रीय महिला सम्मलेन
यह किसी विचार, आगामी या बीते जीवन की बातों को याद करने, परिस्थिति के ठीक ना होने, जीवन में चल रहे भारी उथल-पुथल के कारण भी आता है। वास्तव में डर व्यक्ति के कल्पना करने की शक्ति से उत्पन्न होता है। इसका वैज्ञानिक दृष्टिकोण भी है अगर किसी व्यक्ति में मस्तिष्क का वह हिस्सा “हाइपोथैलेमस” कार्य नहीं कर रहा है जिससे हम सोच विचार करते हैं ऐसा व्यक्ति भय मुक्त बन जाता है
अपने डर को जुनून की भावनाओं के स्रोत click here में बदल दें: हम जिस चीज से डरते हैं, वह खुशी और जुनून की भावनाओं को भी पैदा कर सकती है। इसलिए, कुछ लोग छुट्टियों में एक्सट्रीम स्पोर्ट्स, हॉरर मूवी और शार्क के साथ में स्विमिंग को पसंद करते हैं। अपने डर को सकारात्मक तरीके से बदलने की कोशिश करें और उस एडवेंचर को स्वीकार करें जो इसमें आपको मिलता है। जब आप डर को ऊर्जा के स्रोत के रूप में देखना शुरू करते हैं, तो आप इसे अपने जीवन में भी शामिल कर सकते हैं।
“डर मेरा मार्गदर्शक नहीं है – मैं हूँ।”
विदाई के समय एक लोटे में पानी, हल्दी व सिक्का डालकर लड़की के ऊपर से उतारकर आगे फेंक दें। वैवाहिक जीवन सफल होगा।
डर लगने पर हम जो प्रतिक्रिया देते या डर लगने से पहले ही जब हमें पता चल जाए कि, हां, अब मैं डरने वाला हूं, तो हम असानी से अपने डर का उपयोग अपने फायदे के लिए कर सकते हैं।
तो यहाँ हम डरे, इसीलिए सुरक्षित बचे ना. बस यही कारण है की भगवान् ने हमारे अन्दर डर नाम की एक चीज़ पैदा की, जिससे हम खतरों के पास ना जाएँ और अपने आप को बचा पायें.